Music By: हरीश सगने
Lyrics By: मीर
Performed By: स्टेबिन बेन
कितने वादे करते थे तुम
सोचूँ तो दिल भर जाए
आँखें फिर नम हो जाती हैं
याद तेरी जब-जब आए
नादाँ था जो बातों में तेरी
आ के दिल को हार दिया
जिस दिल ने चाहा था तुझको
उस दिल पे क्यूँ वार किया
ओ दिलबर यारा, ओ यारा
ना मिलना दोबारा, दोबारा
ओ दिलबर यारा, ओ यारा
ना मिलना दोबारा, दोबारा
अपनी बेशर्मी पे तुझको
आती है क्या शर्म कभी
बिछड़ने वाले मुझको बता तू
सच में बिछड़ क्यूँ जाता नहीं
नाम-ए-वफ़ा पे तूने यारा
धूल है झोंका आँखों में
सींचे थे जिनमें प्यार के पौधे
आग लगा दी बागों में
मीर तड़पता रह गया तेरे
पैरों पे तू पलटा नहीं
जितना अच्छा तू बनता है
उतना भी तू अच्छा नहीं
ओ दिलबर यारा...
तारों भारी रातों में हम जो
साथ तेरे रहते थे कभी
जाने के भी बाद क्यूँ तेरे
रात वो अब तक गुज़री नहीं
तस्वीरें भी तेरी सारी
मैंने जला तो डाली हैं
कैसे करूँ मैं इश्क ये फिर से
दिल में जगह ना खाली है
या तो आ के मार दे मुझको
या यादों से हो रुखसत
होने लगी है दिल को मेरे
तेरे चेहरे से नफ़रत
ओ दिलबर यारा...
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