Music By: रोचक कोहली, एम अशरफ
Lyrics By: मनोज मुंतशिर, मसरूर अनवर
Performed By: जुबिन नौटियाल, तुलसी कुमार
दिल ने मेरे तेरे दिल से कहा
इश्क तो है वही जो है बेइन्तेहा
तूने कभी जाना ही नहीं
मैं हमेशा से तेरा, तेरा ही रहा
के जब तक जियूँ मैं, जियूँ साथ तेरे
फिर चाँद बन जाऊँ, तेरी गली का
मैं जिस दिन भुला दूँ, तेरा प्यार दिल से
वो दिन आखिरी हो, मेरी ज़िंदगी का
मैं जिस दिन भुला दूँ...
ना ठहरेगा कोई आँखों में मेरी
ना ठहरेगा कोई आँखों में मेरी
हो ना सकूँगा मैं और किसी का
मैं जिस दिन भुला दूँ...
मैं वो ख्वाब हूँ जो, किसी ने न देखा
वो किस्सा हूँ मैं जो, बिन तेरे था आधा
कोई चीज़ जँचती नहीं है कसम से
मेरे हाथ में तेरे हाथों से ज़्यादा
मेरे रात दिन भी लिखे नाम तेरे
मेरे रात दिन भी लिखे नाम तेरे
ज़रा हाल देखो दीवानगी का
मैं जिस दिन भुला दूँ...
हाँ, मिला तो मुझे तू मगर देर से क्यूँ
हमेशा मुझे ये शिकायत रहेगी
लगा ले गले से मुझे बिन बताये
उम्र भर तुझे ये इजाज़त रहेगी
मुझे अब कोई ग़म रुला ना सकेगा
के तू है बहाना मेरी हँसी का
मैं जिस दिन भुला दूँ...
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