Music By: मीत ब्रोस, अताउल्लाह खान इशाखेल्वी
Lyrics By: कुमार, अताउल्लाह खान इशाखेल्वी
Performed By: सचेत टंडन
वो दूर जा के कहीं पे आबाद हो गए
हम तो रहे ना कहीं के बर्बाद हो गए
हक में उनके सारी दुआएँ हो गयीं
अनसुनी हम कोई फ़रियाद हो गए
मेरी तक़दीर में दर्द थे ही नहीं
मेरी तक़दीर में दर्द थे ही नहीं
दर्द उनके बनाए हुए हैं
इश्क़ में हम
इश्क़ में हम तुम्हें क्या बताएँ
किस कदर चोट खाये हुए हैं
मौत ने हमको मारा है और हम
ज़िन्दगी के सताए हुए हैं
इश्क़ में हम तुम्हें क्या बतायें
उनको मालूम था दिल है कहाँ
वार धोखे से कर गए वहाँ
था उनको मालूम दिल है कहाँ
वार धोखे से कर गए वहाँ
इतनी महँगी पड़ी आशिकी
के आज दुश्मन है सारा जहां
जीत ही थी लिखी उस ख़ुदा ने मेरी
जीत ही थी लिखी उस ख़ुदा ने मेरी
हम तो उनके हराए हुए हैं
इश्क़ में हम तुम्हें क्या बतायें...
वो बेरुख़ी इस तरह कर गए
हम उनको देखे बिना मर गए
हाँ जिनमें रहते थे वो रात दिन
उन निगाहों में अश्क़ भर गए
सामने आ के भी हमसे मिलते नहीं
सामने आ के भी हमसे मिलते नहीं
वो तो ऐसे पराये हुए हैं
इश्क़ में हम तुम्हें क्या बतायें...
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