Movie/Album: राम बलराम (1980)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्शी
Performed By: किशोर कुमार, मोहम्मद रफ़ी
इक रास्ता आहा आहा
दो राही आहा आहा
इक चोर, इक सिपाही आहा आहा
इक रास्ता, दो राही...
बचपन का खेल, जवानी का सच
ये है तेरी-मेरी ज़िंदगानी का सच
न मिट सके नसीबों के
कलम की स्याही आहा आहा
अहा अहा स्याही आहा आहा
इक रस्ता, दो राही...
अच्छा है, ख़राब है, बुरा है, नेक है
कुछ भी है, हम दोनों का लहू तो एक है
न बना चोर तू मर्ज़ी से
न बना मैं सिपाही आहा आहा
सिपाही आहा आहा
इक रस्ता, दो राही...
मंज़िल है एक मेरे साथिया
माना हम दोनों का जुदा है रास्ता
हम चलते हैं तो देते हैं
कदम ये गवाही आहा आहा
गवाही आहा आहा
इक रस्ता, दो राही...
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