Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: राहत इंदौरी
Performed By: जगजीत सिंह
मुझे होश नहीं, मुझे होश नहीं
मुझे होश नहीं
कितनी पी कैसे कटी रात मुझे होश नहीं
रात के साथ गई बात मुझे होश नहीं
कितनी पी कैसे कटी...
मुझको ये भी नहीं मालूम कि जाना है कहाँ
थाम ले कोई मेरा हाथ मुझे होश नहीं
जाने क्या टूटा है पैमाना कि दिल है मेरा
बिखरे-बिखरे हैं ख़यालात मुझे होश नहीं
आँसुओं और शराबों में गुज़र है अब तो
मैंने कब देखी थी बरसात मुझे होश नहीं
रात के साथ गई बात मुझे होश नहीं
कितनी पी कैसे कटी रात मुझे होश नहीं
मुझे होश नहीं...
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