बाद मुद्दत उन्हें - Baad Muddat Unhein (Jagjit Singh, Chitra Singh, Main Aur Meri Tanhai)

Movie/Album: मैं और मेरी तनहाई (1980)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: रोशन नादान
Performed By: जगजीत सिंह, चित्रा सिंह

बाद मुद्दत उन्हें देख कर यूँ लगा
जैसे बेताब दिल को क़रार आ गया
आरज़ूओं के गुल मुस्कुराने लगे
जैसे गुलशन में जान-ए-बहार आ गया

तिश्ना नज़रें मिली शोख नज़रों से जब
मय बरसने लगी जाम भरने लगे
साक़िया आज तेरी ज़रूरत नहीं
बिन पिए बिन पिलाए खुमार आ गया
बाद मुद्दत उन्हें...

रात सोने लगी सुबह होने लगी
शम्मा बुझने लगी दिल मचलने लगे
वक़्त की रोशनी में नहाई हुई
ज़िन्दगी पे अजब सा निखार आ गया
बाद मुद्दत उन्हें...

हर तरफ़ मस्तियाँ हर तरफ़ दिलक़शी
मुस्कुराते दिलों में ख़ुशी ही ख़ुशी
कितना चाहा मगर फिर भी उठ न सका
तेरी महफ़िल में जो एक बार आ गया
बाद मुद्दत उन्हें...

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