Music By: नियाज़ अहमद
Lyrics By: फरहत शहज़ाद
Performed By: हरिहरन, मेहदी हसन
फ़ैसला तुमको भूल जाने का
इक नया ख़ाब है दीवाने का
फ़ैसला तुमको भूल जाने का...
दिल कली का लरज़ लरज़ उठा
ज़िक्र था फिर बहार आने का
एक नया...
हौसला कम किसी में होता है
जीत कर ख़ुद ही हार जाने का
इक नया...
ज़िन्दगी कट गई मनाते हुए
अब इरादा है रूठ जाने का
इक नया...
आप 'शहज़ाद' की न फिक्र करें
वो तो आदी है ज़ख़्म खाने का
इक नया...
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