Music By: हरिहरन
Lyrics By: इब्राहिम अश्क़
Performed By: हरिहरन
पहली बार मिले थे जैसे
फिर ऐसे इक बार मिलो
मैं दीवाना बन कर देखूॅं
तुम दीवाना बार मिलो
पहली बार
सुर्ख़ दुपट्टा तन से सरके अंग सलोना बिखरा जाए
मन में चमके प्यार का सूरज चेहरा जैसे निखरा जाए
होठों पर हो फूल ख़ुशी के बन के मस्त बहार मिलो
पहली बार मिले...
कौन है सच्चा कौन है झूठा, राज़ ये इक दिन खुल जाएगा
ये जो दिल पर मैल चढ़ा है, अपने आप ही धुल जाएगा
मैं हूॅं आख़िर प्यार तुम्हारा, कुछ तो जता कर प्यार मिलो
पहली बार मिले...
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