Music By: शंकर-एहसान-लॉय
Lyrics By: समीर अनजान
Performed By: डॉमिनिक, महालक्ष्मी अय्यर, शंकर महादेवन, उदित नारायण
सुनो गौर से दुनिया वालों
बुरी नज़र ना हम पे डालो
चाहे जितना ज़ोर लगा लो
सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी
हिंदुस्तानी...
हमने कहा है तुम भी कहो
हमने कहा है जो तुम भी कहो
आओ हम मिल-जुल के
बोलें अब तो यारा
अपना जहां है सबसे प्यारा
हमने कहा है जो तुम भी कहो
जलते शरारें हैं, पानी के धारे हैं
हम काटे कटते नहीं
जो वादा करते हैं, कर के निभाते हैं
हम पीछे हटते नहीं
वक़्त है, उम्र है, जोश है और जान है
ना झुकें ना मिटें, देश तो अपनी शान है
हमने कहा है जो तुम भी कहो
सुनो गौर से दुनिया वालों...
सब के दिलों को मोहब्बत से बांधे जो
हम ऐसी ज़ंजीर हैं
ऊँची उड़ाने हैं, ऊँचे इरादे हैं
हम कल की तस्वीर हैं
जो हमें प्यार दे, हम उसे यार प्यार दें
दोस्ती के लिए, ज़िन्दगी अपनी वार दें
हमने कहा है जो तुम भी कहो
सुनो गौर से दुनिया वालों...
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