Music By: सलीम-सुलेमान
Lyrics By: जयदीप सैनी
Performed By: सोनू निगम
प्यार हुआ, इकरार हुआ
जीना यहाँ, मरना यहाँ
इन बाहों को, इन राहों को
छोड़ ये छलिया जाए कहाँ
माना दिल तो है अनाड़ी
ये आवारा ही सही
अरे बोल राधा बोल
संगम होगा की नहीं
हर जनम में रंग बदल के
ख़्वाबों के पर्दों पे हम खिलते
हम हैं राही प्यार के
फिर मिलेंगे चलते चलते हे
हम हैं राही प्यार के
फिर मिलेंगे चलते चलते
दिल का भँवर करे, करे पुकार
जब प्यार किसी से होता है
जिया ओ जिया कुछ बोल दो
अब दर्द सा दिल में होता है
ओ तेरे घर के सामने घर बनाऊँगा
टूटा ही सही
पल भर के लिए कोई हमें प्यार कर ले
झूठा ही सही, झूठा ही सही
हाए झूठा ही सही
हर जनम में रंग बदल के
ख़्वाबों के पर्दों पे हम खिलते
हम हैं राही प्यार के
फिर मिलेंगे चलते चलते...
याहू याहू
ओ हसीना ज़ुल्फों वाली जान-ए-जहां
चाहे मुझको जंगली कह दे सारा जहां
हो महफ़िल महफ़िल तू फिरे
याहू याहू दिल करे
बदन पे सितारे लपेटे हुए
हर जनम में रंग बदल के
ख़्वाबों के पर्दों पे हम खिलते
हम हैं राही प्यार के
फिर मिलेंगे चलते चलते...
बाबुमुशाए
हे जय जय शिव शंकर, काँटा लागे ना कंकड़
चाहे कुछ कर ले ज़माना
मेरे जीवन साथी, मेरे सपनों की रानी
ज़िन्दगी सफर है सुहाना
हे कुछ तो लोग कहेंगे, ना सुना कीजिए
हे चैन आए मेरे दिल को, दुआ कीजिए
हे हर जनम में रंग बदल के
ख़्वाबों के पर्दों पे हम खिलते
हम हैं राही प्यार के
फिर मिलेंगे चलते चलते...
दर्द-ए-दिल, दर्द-ए-जिगर
ज़माने को दिखाना है
हम किसी से कम नहीं हैं
तुझको ये बताना है
ये वादा रहा, ओ मेरी चांदनी
हर जनम में रंग बदल के
ख़्वाबों के पर्दों पे हम खिलते
हम हैं राही प्यार के
फिर मिलेंगे चलते चलते...
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