Music By: हरिहरन
Lyrics By: फरहत शहज़ाद
Performed By: हरिहरन
ये वक़्त दिल पे कड़ा है शराब पी जाए
दुखों ने हुक्म दिया है शराब पी जाए
ये वक़्त दिल पे...
थकन से टूटते पैरों में जान आ जाए
सफ़र तवील बड़ा है शराब पी जाए
दुखों ने हुक्म...
शराब पी के हर इक शक्ल उसकी लगती है
शराब दिल की सदा है शराब पी जाए
दुखों ने हुक्म...
हर एक जाम की तह में छुपी हुई है ख़ुशी
ये हम से ग़म ने कहा है शराब पी जाए
दुखों ने हुक्म...
No comments :
Post a Comment
यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...