Music By: हरिहरन
Lyrics By: ताहिर फ़राज़
Performed By: हरिहरन
फूल के आस-पास रहते हैं
फिर भी काॅंटे उदास रहते हैं
फूल के आस-पास...
मेरी पलकें हैं और अश्क़ उनके
पेड़ दरिया के पास रहते हैं
फिर भी काॅंटे...
इत्तेफ़ाकन जो हॅंस लिया हम ने
इंतक़ामन उदास रहते हैं
फिर भी काॅंटे...
चंद लम्हात की ख़ुशी के लिए
लोग बरसों उदास रहते हैं
फिर भी काॅंटे...
No comments :
Post a Comment
यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...