उठ जा ज़िद्दी रे - Utth Ja Ziddi Re (Tushar Joshi, 83)

Movie/Album: 83 (2021)
Music By: प्रीतम
Lyrics By: प्रशांत इंगोले
Performed By: तुषार जोशी

पल जो ठहरा है, ले के सेहरा है
दो क़दम पे ही ख़्वाब सुनहरा है
कल किसी का था, आज ये तेरा है

टेढ़े-मेढ़े रास्तों से आगे बढ़ जाना है रे
(उठ जा ज़िद्दी रे, उठ जा ज़िद्दी रे)
सोए-सोए ख़्वाबों को भी नींदों से जगाना है रे
(उठ जा ज़िद्दी रे, उठ जा ज़िद्दी रे)
आधे-आधे वादों को भी पूरा कर जाना है रे
(उठ जा ज़िद्दी रे, उठ जा ज़िद्दी रे)
हारी-हारी आँखों को भी जीत से मिलाना है रे
(उठ जा ज़िद्दी रे, उठ जा ज़िद्दी रे)

तेरे कारवाँ की ये दास्ताँ
तो हौले-हौले समझेगा ये जहां
तुझे वास्ता दे, सब को बता
तू धीरे-धीरे तेरी कहानियाँ
नपी-तुली बातों को भी खुल के उड़ाना है रे
(उठ जा ज़िद्दी रे, उठ जा ज़िद्दी रे)
जली-बुझी साँसों को भी फिर सुलगाना है रे
(उठ जा ज़िद्दी रे, उठ जा ज़िद्दी रे)
आधे-आधे वादों...

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