Movie/Album: रूबरू (2008)
Music By: सत्यदेव बर्मन-समिर्रुदीन
Lyrics By: अक्षय वर्मा
Performed By: अक्षय वर्मा
सूरज की किरणों में रहता हूँ
पागल पवन जैसा जीता हूँ
पहाड़ों की बाहों में बहता हूँ
बारिश की बूंदों से कहता हूँ
ये जो पल, ये पल है सुहाना
जिंदगी जीने का ये छोटा सा बहाना
आज है, रहे न रहे ये कल ओ पल
अँधेरी सड़कों पे सपना सा
ढूँढूं मैं दिल या अपना सा
वो हलकी सी आहट खींचे मुझे ना जाने कहाँ
पास आ के तारा गिरा, साहिल पे मैं हूँ खड़ा
अनजानी राहों पे मैं हूँ चला
Music By: सत्यदेव बर्मन-समिर्रुदीन
Lyrics By: अक्षय वर्मा
Performed By: अक्षय वर्मा
सूरज की किरणों में रहता हूँ
पागल पवन जैसा जीता हूँ
पहाड़ों की बाहों में बहता हूँ
बारिश की बूंदों से कहता हूँ
ये जो पल, ये पल है सुहाना
जिंदगी जीने का ये छोटा सा बहाना
आज है, रहे न रहे ये कल ओ पल
अँधेरी सड़कों पे सपना सा
ढूँढूं मैं दिल या अपना सा
वो हलकी सी आहट खींचे मुझे ना जाने कहाँ
पास आ के तारा गिरा, साहिल पे मैं हूँ खड़ा
अनजानी राहों पे मैं हूँ चला
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