Movie/Album: थ्री इडीअट्स (2009)
Music By: शांतनु मोइत्रा
Lyrics By: स्वानंद किरकिरे
Performed By: शान, शांतनु मोइत्रा
बहती हवा सा था वो
उड़ती पतंग सा था वो
कहाँ गया उसे ढूँढो
हम को तो राहें थी चलती
वो खुद अपनी राह बनता
गिरता संभालता मस्ती में चलता था वो
हमको कल की फिकर सताती
वो बस आज का जश्न मनाता
हर लम्हें को खुल के जीता था वो
कहाँ से आया था वो
छू के हमारे दिल को
कहाँ गया...
सुलगती धुप में छाओं के जैसा
रेगिस्तान में गाँव के जैसा
मन के घाव पे मरहम जैसा था वो
हम सहमें से रहते कूएं में
वो नदिया में गोते लगता
उलटी धरा चीर के तैरता था वो
बादल आवारा था वो
यार हमारा था वो
कहाँ गया...
Music By: शांतनु मोइत्रा
Lyrics By: स्वानंद किरकिरे
Performed By: शान, शांतनु मोइत्रा
बहती हवा सा था वो
उड़ती पतंग सा था वो
कहाँ गया उसे ढूँढो
हम को तो राहें थी चलती
वो खुद अपनी राह बनता
गिरता संभालता मस्ती में चलता था वो
हमको कल की फिकर सताती
वो बस आज का जश्न मनाता
हर लम्हें को खुल के जीता था वो
कहाँ से आया था वो
छू के हमारे दिल को
कहाँ गया...
सुलगती धुप में छाओं के जैसा
रेगिस्तान में गाँव के जैसा
मन के घाव पे मरहम जैसा था वो
हम सहमें से रहते कूएं में
वो नदिया में गोते लगता
उलटी धरा चीर के तैरता था वो
बादल आवारा था वो
यार हमारा था वो
कहाँ गया...
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