Music By: शंकर-जयकिशन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: मन्ना डे
भय भंजना, बन्दना सुन हमारी
दरस तेरे माँगे, ये तेरा पुजारी
भय भन्जना...
गीतों के फूलों की माला बना कर
लाया हूँ दिल आरती में सजा कर
ये साँसों की सरगम करूँ तेरे अर्पण
तुझे और क्या दूँ मैं ठहरा भिखारी
दरस तेरे...
आजा मधुर स्वप्न सी मुस्कुराती
मन के बुझे दीप हँस कर जलाती
जपे दिल की धड़कन तेरा नाम हरदम
उतर ज्योत किरणों की लेकर सवारी
दरस तेरे...
गगन तलक मैं पलक पसारूँ
एक झलक दिखलाजा
मुझ पे तरस कर, एक पल हँस कर
ज्योति धार बरसा जा
मेरी लाज, तेरे हाथ कर दे आज
धन्यवाद गाना शब्दोंमे अंकित करनेके लिये !
ReplyDeleteमेरे लिये यह गीत आज भी जीवित है. आसानी से मिला. हार्दिक आभार.
ReplyDelete