Movie/Album: तलाश (1969)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: मन्ना डे
खोयी-खोयी आँख है, रुकी पलक है
जहाँ-जहाँ देखेगा तू, वहीं झलक है
तेरे नैना तलाश करें जिसे
वो है तुझी में कहीं दीवाने
तेरे नैना तलाश...
यहाँ दो रूप हैं हर एक के
यहाँ नज़रें उठाना ज़रा देख के
जब उसकी मुहब्बत में गुम है तू
वही सूरत नज़र आयेगी चार सू
कौन क्या है
मन के सिवा ये कोई क्या जाने
तेरे नैना तलाश...
ये जवान रात ले के तेरा नाम
कहे हाथ बढ़ा कोई हाथ थाम
काली अलका के बादल में बिजलियाँ
गोरी बाहों में चाहत की अंगड़ाईयाँ
जो अदा है, इशारा है, प्यार का
ओ दीवाने तुझे चाहिये और क्या
पर रुक जा
मन की सदा भी सुन दीवाने
तेरे नैना तलाश...
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: मन्ना डे
खोयी-खोयी आँख है, रुकी पलक है
जहाँ-जहाँ देखेगा तू, वहीं झलक है
तेरे नैना तलाश करें जिसे
वो है तुझी में कहीं दीवाने
तेरे नैना तलाश...
यहाँ दो रूप हैं हर एक के
यहाँ नज़रें उठाना ज़रा देख के
जब उसकी मुहब्बत में गुम है तू
वही सूरत नज़र आयेगी चार सू
कौन क्या है
मन के सिवा ये कोई क्या जाने
तेरे नैना तलाश...
ये जवान रात ले के तेरा नाम
कहे हाथ बढ़ा कोई हाथ थाम
काली अलका के बादल में बिजलियाँ
गोरी बाहों में चाहत की अंगड़ाईयाँ
जो अदा है, इशारा है, प्यार का
ओ दीवाने तुझे चाहिये और क्या
पर रुक जा
मन की सदा भी सुन दीवाने
तेरे नैना तलाश...
Very nice! Classical music at its best and Manna Dey at his glory.
ReplyDeleteZihannasheen
Very Nice! Classical music and Manna Dey at their best. Thanks for the written version of the song. I was stranded at Par Ruk Ja... I couldn't pick up from Manna Dey's voice that it was "Ruk Ja"
ReplyDeleteZihannasheen