Movie/Album: दो रास्ते (1969)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: किशोर कुमार
खिज़ा के फूल पे आती कभी बहार नहीं
मेरे नसीब में ऐ दोस्त, तेरा प्यार नहीं
ना जाने प्यार में कब मैं, ज़ुबां से फिर जाऊं
मैं बनके आंसू खुद अपनी, नज़र से गिर जाऊं
तेरी क़सम है मेरा कोई ऐतबार नहीं
मेरे नसीब में...
मैं रोज़ लब पे नई एक, आह रखता हूँ
मैं रोज़ एक नए गम, की राह ताकता हूँ
किसी ख़ुशी का मेरे दिल को इंतज़ार नहीं
मेरे नसीब में...
गरीब कैसे मोहब्बत, करे अमीरों से
बिछड़ गए हैं कई रांझे, अपनी हीरों से
किसी को अपने मुक़द्दर पे इख्तियार नहीं
मेरे नसीब में...
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: किशोर कुमार
खिज़ा के फूल पे आती कभी बहार नहीं
मेरे नसीब में ऐ दोस्त, तेरा प्यार नहीं
ना जाने प्यार में कब मैं, ज़ुबां से फिर जाऊं
मैं बनके आंसू खुद अपनी, नज़र से गिर जाऊं
तेरी क़सम है मेरा कोई ऐतबार नहीं
मेरे नसीब में...
मैं रोज़ लब पे नई एक, आह रखता हूँ
मैं रोज़ एक नए गम, की राह ताकता हूँ
किसी ख़ुशी का मेरे दिल को इंतज़ार नहीं
मेरे नसीब में...
गरीब कैसे मोहब्बत, करे अमीरों से
बिछड़ गए हैं कई रांझे, अपनी हीरों से
किसी को अपने मुक़द्दर पे इख्तियार नहीं
मेरे नसीब में...
Beautiful ! Thanks for making it available, may God bless you!
ReplyDelete