Movie/Album: विजेता (1982)
Music By: अजित वर्मन
Lyrics By: वसंत देव
Performed By: आशा भोसले, सत्यशील देशपांडे
मन आनन्द आनन्द छायो
मिट्यो गगन घन अंधकार
अँखियन में जब सूरज आयो
मन आनंद...
उठी किरण की लहर सुनहरी
जैसे पावन गंगाजल
अर्पण के पल हर सिंगार मधु
गीत सिंदूरी गायो
मन आनंद आनंद छायो...
ऐसी पीड़ रही मन में तो
असुवन हाथ बिकानी
आँसुओं से भये बिन सूरि
रोम रोम मुस्कायो
मन आनंद आनंद छायो...
मानसरोवर मगन कम्पन
नभदर्पन की झांकी
ता में अबिकल अधखुल लोचन
प्राणहँस उतर आयो
मन आनंद आनंद छायो...
Music By: अजित वर्मन
Lyrics By: वसंत देव
Performed By: आशा भोसले, सत्यशील देशपांडे
मन आनन्द आनन्द छायो
मिट्यो गगन घन अंधकार
अँखियन में जब सूरज आयो
मन आनंद...
उठी किरण की लहर सुनहरी
जैसे पावन गंगाजल
अर्पण के पल हर सिंगार मधु
गीत सिंदूरी गायो
मन आनंद आनंद छायो...
ऐसी पीड़ रही मन में तो
असुवन हाथ बिकानी
आँसुओं से भये बिन सूरि
रोम रोम मुस्कायो
मन आनंद आनंद छायो...
मानसरोवर मगन कम्पन
नभदर्पन की झांकी
ता में अबिकल अधखुल लोचन
प्राणहँस उतर आयो
मन आनंद आनंद छायो...
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