Movie/Album: ज़हरीला इंसान (1974)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: किशोर कुमार
ओ हंसिनी मेरी हंसिनी, कहाँ उड़ चली
मेरे अरमानों के पंख लगा के, कहाँ उड़ चली
आजा मेरी सांसो में महक रहा रे तेरा गजरा
आजा मेरी रातों में लहक रहा रे तेरा कजरा
ओ हंसीनी....
देर से लहरों में कमल संभाले हुए मन का
जीवन ताल में भटक रहा रे तेरा हंसा
ओ हंसीनी...
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: किशोर कुमार
ओ हंसिनी मेरी हंसिनी, कहाँ उड़ चली
मेरे अरमानों के पंख लगा के, कहाँ उड़ चली
आजा मेरी सांसो में महक रहा रे तेरा गजरा
आजा मेरी रातों में लहक रहा रे तेरा कजरा
ओ हंसीनी....
देर से लहरों में कमल संभाले हुए मन का
जीवन ताल में भटक रहा रे तेरा हंसा
ओ हंसीनी...
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