Movie/Album: आम्रपाली (1966)
Music By: शंकर-जयकिशन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: लता मंगेशकर
तुम्हें याद करते-करते, जाएगी रैन सारी
तुम ले गए हो अपने, संग नींद भी हमारी
तुम्हें याद करते-करते...
मन है के जा बसा है, अन्जान इक नगर में
कुछ खोजता है पागल , खोयी हुई डगर में
इतने बड़े महल में, घबराऊँ मैं बेचारी
तुम ले गए हो अपने...
बिरहा की इस चिता से, तुम ही मुझे निकालो
जो तुम ना आ सको तो, मुझे स्वप्न में बुला लो
मुझे ऐसे मत जलाओ, मेरी प्रीत है कुँवारी
तुम ले गए हो अपने...
Music By: शंकर-जयकिशन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: लता मंगेशकर
तुम्हें याद करते-करते, जाएगी रैन सारी
तुम ले गए हो अपने, संग नींद भी हमारी
तुम्हें याद करते-करते...
मन है के जा बसा है, अन्जान इक नगर में
कुछ खोजता है पागल , खोयी हुई डगर में
इतने बड़े महल में, घबराऊँ मैं बेचारी
तुम ले गए हो अपने...
बिरहा की इस चिता से, तुम ही मुझे निकालो
जो तुम ना आ सको तो, मुझे स्वप्न में बुला लो
मुझे ऐसे मत जलाओ, मेरी प्रीत है कुँवारी
तुम ले गए हो अपने...
i liked this song after i saw the picture amrapali....oh! its heart touching.
ReplyDeleteमुझे ऐसे मत जलाओ, मेरी प्रीत है तुम्हारी should be मुझे ऐसे मत जलाओ, मेरी प्रीत है कुंवारी
ReplyDeleteधन्यवाद, सही कर दिया गया है।
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