Movie/Album: अमानत (1977)
Music By: रवि
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: मो.रफ़ी
मतलब निकल गया है तो पहचानते नहीं
हाय
यूँ जा रहे हैं जैसे हमें जानते नहीं
अपनी गरज थी जब तो, लिपटना क़ुबूल था
बाहों के दायरे में, सिमटना क़ुबूल था
हाय
अब हम मना रहे हैं मगर, मानते नहीं
यूँ जा रहे हैं...
हमने तुम्हें पसंद किया, क्या बुरा किया
रुतबा ही कुछ बलंद किया, क्या बुरा किया
हाय
हर एक गली की ख़ाक तो हम, छानते नहीं
मतलब निकल गया...
मुँह फेर कर न जाओ हमारे करीब से
मिलता है कोई चाहने वाला नसीब से
हाय
इस तरह आशिकों पे कमां, तानते नहीं
मतलब निकल गया...
Music By: रवि
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: मो.रफ़ी
मतलब निकल गया है तो पहचानते नहीं
हाय
यूँ जा रहे हैं जैसे हमें जानते नहीं
अपनी गरज थी जब तो, लिपटना क़ुबूल था
बाहों के दायरे में, सिमटना क़ुबूल था
हाय
अब हम मना रहे हैं मगर, मानते नहीं
यूँ जा रहे हैं...
हमने तुम्हें पसंद किया, क्या बुरा किया
रुतबा ही कुछ बलंद किया, क्या बुरा किया
हाय
हर एक गली की ख़ाक तो हम, छानते नहीं
मतलब निकल गया...
मुँह फेर कर न जाओ हमारे करीब से
मिलता है कोई चाहने वाला नसीब से
हाय
इस तरह आशिकों पे कमां, तानते नहीं
मतलब निकल गया...
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