Movie/Album: आई मिलन की बेला (1964)
Music By: शंकर जयकिशन
Lyrics By: हसरत जयपुरी
Performed By: लता मंगेश्कर
मैं कमसिन हूँ, नादाँ हूँ
नाज़ुक हूँ, भोली हूँ
थाम लो मुझे
मैं यही इल्तेजा करूँ
मैं यही इल्तिजा करूँ
मैं कमसिन हूँ, नादाँ हूँ...
है दिल की लगन मैं फूल बनूँ
और हँस के तेरे पहलू में रहूँ
तू देखे मुझे, मैं देखूँ तुझे
और प्यार में तेरे खो जाऊँ
मैं कमसिन हूँ, नादाँ हूँ...
जिस मंज़िल का राही न कोई
वो सहरा है, मंज़िल तो नहीं
जिस दिल में कोई धड़कन ही न हो
वो पत्थर है, कोई दिल तो नहीं
मैं कमसिन हूँ, नादाँ हूँ...
Music By: शंकर जयकिशन
Lyrics By: हसरत जयपुरी
Performed By: लता मंगेश्कर
मैं कमसिन हूँ, नादाँ हूँ
नाज़ुक हूँ, भोली हूँ
थाम लो मुझे
मैं यही इल्तेजा करूँ
मैं यही इल्तिजा करूँ
मैं कमसिन हूँ, नादाँ हूँ...
है दिल की लगन मैं फूल बनूँ
और हँस के तेरे पहलू में रहूँ
तू देखे मुझे, मैं देखूँ तुझे
और प्यार में तेरे खो जाऊँ
मैं कमसिन हूँ, नादाँ हूँ...
जिस मंज़िल का राही न कोई
वो सहरा है, मंज़िल तो नहीं
जिस दिल में कोई धड़कन ही न हो
वो पत्थर है, कोई दिल तो नहीं
मैं कमसिन हूँ, नादाँ हूँ...
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