Movie/Album: तीन (2016)
Music By: क्लिंटन सेरेजो
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: क्लिंटन सेरेजो, अमिताभ बच्चन
जलतरंग सी हंसी तेरी
सुनाई दे आज भी
खुशबू तेरी रह गई
तेरे जाने के बाद भी
घर का वो कोना तेरा
सूना बिछौना तेरा
तेरी गैर-मौजूदगी में भी
लगे होना तेरा
क्यूँ रे, क्यूँ रे
कर गया तन्हाँ मुझे ऐसे
क्यूँ रे, क्यूँ रे
काँच के लम्हों के रह गए
रह गए चूरे
तेरी चीज़ें अब भी वैसे ही रखता हूँ
बैठा सन्नाटे में उनको तकता हूँ
जब लौटेगी, तब तक रस्ता देखूँगा
इसके अलावा कर भी क्या सकता हूँ
उंगली से मुझको फिर से
सुलझाने देना अपने
गुच्छे घुंघरेले बालों के भूरे
क्यूँ रे, क्यूँ रे...
Music By: क्लिंटन सेरेजो
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: क्लिंटन सेरेजो, अमिताभ बच्चन
जलतरंग सी हंसी तेरी
सुनाई दे आज भी
खुशबू तेरी रह गई
तेरे जाने के बाद भी
घर का वो कोना तेरा
सूना बिछौना तेरा
तेरी गैर-मौजूदगी में भी
लगे होना तेरा
क्यूँ रे, क्यूँ रे
कर गया तन्हाँ मुझे ऐसे
क्यूँ रे, क्यूँ रे
काँच के लम्हों के रह गए
रह गए चूरे
तेरी चीज़ें अब भी वैसे ही रखता हूँ
बैठा सन्नाटे में उनको तकता हूँ
जब लौटेगी, तब तक रस्ता देखूँगा
इसके अलावा कर भी क्या सकता हूँ
उंगली से मुझको फिर से
सुलझाने देना अपने
गुच्छे घुंघरेले बालों के भूरे
क्यूँ रे, क्यूँ रे...
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