Movie/Album: फिर भी दिल है हिंदुस्तानी (2000)
Music By: जतिन-ललित
Lyrics By: जावेद अख़्तर
Performed By: सोनू निगम, अलका याग्निक
तू यार, तू ही दिलदार, तू ही मेरा प्यार
तेरा मेरे दिल में है दरबार
कर दे एक बार बेड़ा पार, मुझे घरबार लगे बेकार
फिरूँ मैं, बन के तेरा जोगी
तू यार, तू ही दिलदार...
कहता है दीवाना, तेरा ही अफ़साना
तेरे बिन दुनिया में क्या खोना, क्या पाना
आरज़ू है, दिल है तू ही तू
तेरे संग बना हूँ मलंग, तो सब है दंग
हुई ये दुनिया मुझसे तंग, लाई है उमंग
एक तरंग, बाजे मृदंग, तो बदले ढंग
फिरूँ मैं, बन के तेरा जोगी
तू यार, तू ही दिलदार...
धरती के आँगन में, अम्बर के दामन में
सूरज की किरणों में, सागर की लहरों में
हर-कहीं, हर-सू है तू ही तू
सब लोग मनाए सोग, कहें ये जोग
है मेरे मन का कोई रोग, है ये प्रेम-आग
तो बेलाग रात को जाग, गाऊँ मैं राग
फिरूँ मैं बन के तेरा जोगी
तू यार, तू ही दिलदार...
Music By: जतिन-ललित
Lyrics By: जावेद अख़्तर
Performed By: सोनू निगम, अलका याग्निक
तू यार, तू ही दिलदार, तू ही मेरा प्यार
तेरा मेरे दिल में है दरबार
कर दे एक बार बेड़ा पार, मुझे घरबार लगे बेकार
फिरूँ मैं, बन के तेरा जोगी
तू यार, तू ही दिलदार...
कहता है दीवाना, तेरा ही अफ़साना
तेरे बिन दुनिया में क्या खोना, क्या पाना
आरज़ू है, दिल है तू ही तू
तेरे संग बना हूँ मलंग, तो सब है दंग
हुई ये दुनिया मुझसे तंग, लाई है उमंग
एक तरंग, बाजे मृदंग, तो बदले ढंग
फिरूँ मैं, बन के तेरा जोगी
तू यार, तू ही दिलदार...
धरती के आँगन में, अम्बर के दामन में
सूरज की किरणों में, सागर की लहरों में
हर-कहीं, हर-सू है तू ही तू
सब लोग मनाए सोग, कहें ये जोग
है मेरे मन का कोई रोग, है ये प्रेम-आग
तो बेलाग रात को जाग, गाऊँ मैं राग
फिरूँ मैं बन के तेरा जोगी
तू यार, तू ही दिलदार...
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