Movie/Album: हीरो (1983)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर
निंदिया से जागी बहार
ऐसा मौसम देखा पहली बार
कोयल कूके-कूके, गाये मल्हार
निंदिया से जागी बहार...
प नि सं प, प नि प सं
मैं हूँ अभी कमसिन-कमसिन
नि ध नि ध म प
प म प म र ग
ग र ग र ऩ स ग प
जानूँ ना कुछ इस बिन, इस बिन
रातें जवानी की, बाली उमर के दिन
कब क्या हो नहीं ऐतबार
ऐसा मौसम देखा...
कैसी ये रुत आई, रुत आई
सुन के मैं शरमाई-शरमाई
कानों में कह गयी क्या, जाने ये पुरवाई
पहने फूलों ने किरणों के हार
ऐसा मौसम देखा...
निंदिया से जागी बहार...
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर
निंदिया से जागी बहार
ऐसा मौसम देखा पहली बार
कोयल कूके-कूके, गाये मल्हार
निंदिया से जागी बहार...
प नि सं प, प नि प सं
मैं हूँ अभी कमसिन-कमसिन
नि ध नि ध म प
प म प म र ग
ग र ग र ऩ स ग प
जानूँ ना कुछ इस बिन, इस बिन
रातें जवानी की, बाली उमर के दिन
कब क्या हो नहीं ऐतबार
ऐसा मौसम देखा...
कैसी ये रुत आई, रुत आई
सुन के मैं शरमाई-शरमाई
कानों में कह गयी क्या, जाने ये पुरवाई
पहने फूलों ने किरणों के हार
ऐसा मौसम देखा...
निंदिया से जागी बहार...
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