Movie/Album: कसूर (2001)
Music By: नदीम श्रवण
Lyrics By: समीर
Performed By: अलका याग्निक
दिल मेरा तोड़ दिया उसने बुरा क्यूँ मानूं
उसको हक़ है वो मुझे प्यार करे या ना करे
दिल मेरा तोड़ दिया उसने...
पहले मालूम ना था, आज ये मैंने समझा
प्यार कहते हैं जिसे, वो है दिलों का सौदा
दिल की धड़कन को भला कैसे कोई कैद करे
ये तो आज़ाद है जब चाहे जहाँ आहें भरे
उसके रस्ते में खड़ी क्यूँ कोई दीवार करे
उसको हक़ है...
सारे वादों का भरम पल में वो तोड़ गया
ग़म के जिस मोड़ पे ला के वो मुझे छोड़ गया
मैं उसी मोड़ की दहलीज़ पे सो जाऊँगी
उम्र भर उसके लिए अजनबी हो जाऊँगी
हर सितम शौक से मुझपे दिलदार करे
उसको हक़ है...
Music By: नदीम श्रवण
Lyrics By: समीर
Performed By: अलका याग्निक
दिल मेरा तोड़ दिया उसने बुरा क्यूँ मानूं
उसको हक़ है वो मुझे प्यार करे या ना करे
दिल मेरा तोड़ दिया उसने...
पहले मालूम ना था, आज ये मैंने समझा
प्यार कहते हैं जिसे, वो है दिलों का सौदा
दिल की धड़कन को भला कैसे कोई कैद करे
ये तो आज़ाद है जब चाहे जहाँ आहें भरे
उसके रस्ते में खड़ी क्यूँ कोई दीवार करे
उसको हक़ है...
सारे वादों का भरम पल में वो तोड़ गया
ग़म के जिस मोड़ पे ला के वो मुझे छोड़ गया
मैं उसी मोड़ की दहलीज़ पे सो जाऊँगी
उम्र भर उसके लिए अजनबी हो जाऊँगी
हर सितम शौक से मुझपे दिलदार करे
उसको हक़ है...
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