Movie/Album: डुप्लीकेट (1998)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: कुमार सानू
कत्थई आँखों वाली एक लड़की
एक ही बात पर बिगड़ती है
तुम मुझे क्यों नहीं मिले पहले
रोज़ ये कह कर मुझसे लड़ती है
कत्थई आँखों वाली...
गुस्से की वो तेज़ है लेकिन, दिल की बेहद अच्छी है
वो कलियों से भी नाज़ुक है, और शहद से मीठी है
चेहरे पर है नर्म उजाले, बालों में काली रातें
हँस दे वो तो मोती बरसे, फूलों जैसी हैं बातें
कत्थई आँखों वाली...
मुझको तुमसे प्यार नहीं है, रूठ के मुझसे कहती है
लेकिन हर कागज़ पर मेरा, नाम वो लिखती रहती है
मैं भी उसका दीवाना हूँ, कैसे उसको समझाऊँ
मुझसे मिलना छोड़ दे वो तो, मैं एक दिन में मर जाऊँ
कत्थई आँखों वाली...
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: कुमार सानू
कत्थई आँखों वाली एक लड़की
एक ही बात पर बिगड़ती है
तुम मुझे क्यों नहीं मिले पहले
रोज़ ये कह कर मुझसे लड़ती है
कत्थई आँखों वाली...
गुस्से की वो तेज़ है लेकिन, दिल की बेहद अच्छी है
वो कलियों से भी नाज़ुक है, और शहद से मीठी है
चेहरे पर है नर्म उजाले, बालों में काली रातें
हँस दे वो तो मोती बरसे, फूलों जैसी हैं बातें
कत्थई आँखों वाली...
मुझको तुमसे प्यार नहीं है, रूठ के मुझसे कहती है
लेकिन हर कागज़ पर मेरा, नाम वो लिखती रहती है
मैं भी उसका दीवाना हूँ, कैसे उसको समझाऊँ
मुझसे मिलना छोड़ दे वो तो, मैं एक दिन में मर जाऊँ
कत्थई आँखों वाली...
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