Movie/Album: डॉन 2 (2011)
Music By: शंकर-एहसान-लॉय
Lyrics By: जावेद अख़्तर
Performed By: सुनीता सारथी, शंकर महादेवन
कोई जाने ना, ये कैसी आग है
मेरे दिल को डसता, ये कैसा नाग है
हर घड़ी मैं जिसको ढूँढू, बच के ना जायेगा
हाँ कहीं ना कहीं तो इक दिन, मुझे मिल ही जायेगा
दुश्मन मेरा
मुझे ढूँढना आसान है कहाँ
ज़मीं देख लो या आसमां
मैं इक पल यहाँ, मैं इक पल हूँ वहाँ
नहीं पाओगे मेरा निशाँ
जो कोई भी मुझको ढूँढे, वो कुछ ना पायेगा
दिल में ही वो दिल के अरमां वापस ले जायेगा
समझे ज़रा, दुश्मन मेरा
इन आँखों में है जाने कैसी ज्वाला
इसको मत बुझने देना, सुन लो मेरा कहना
गुस्से में कितनी तुम दिलकश लगती हो
जब तक भी रह पाओ तुम गुस्से में ही रहना
मेरा गुस्सा तो, देखोगे एक दिन
मेरे दिल में क्या है, जानोगे एक दिन
तुमसे मैं इतना कह दूँ, वो दिन जब आएगा
दिल में ही वो दिल के अरमां, वापस ले जायेगा
समझे ज़रा, दुश्मन मेरा
Music By: शंकर-एहसान-लॉय
Lyrics By: जावेद अख़्तर
Performed By: सुनीता सारथी, शंकर महादेवन
कोई जाने ना, ये कैसी आग है
मेरे दिल को डसता, ये कैसा नाग है
हर घड़ी मैं जिसको ढूँढू, बच के ना जायेगा
हाँ कहीं ना कहीं तो इक दिन, मुझे मिल ही जायेगा
दुश्मन मेरा
मुझे ढूँढना आसान है कहाँ
ज़मीं देख लो या आसमां
मैं इक पल यहाँ, मैं इक पल हूँ वहाँ
नहीं पाओगे मेरा निशाँ
जो कोई भी मुझको ढूँढे, वो कुछ ना पायेगा
दिल में ही वो दिल के अरमां वापस ले जायेगा
समझे ज़रा, दुश्मन मेरा
इन आँखों में है जाने कैसी ज्वाला
इसको मत बुझने देना, सुन लो मेरा कहना
गुस्से में कितनी तुम दिलकश लगती हो
जब तक भी रह पाओ तुम गुस्से में ही रहना
मेरा गुस्सा तो, देखोगे एक दिन
मेरे दिल में क्या है, जानोगे एक दिन
तुमसे मैं इतना कह दूँ, वो दिन जब आएगा
दिल में ही वो दिल के अरमां, वापस ले जायेगा
समझे ज़रा, दुश्मन मेरा
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