Movie/Album: डॉन 2 (2011)
Music By: शंकर-एहसान-लॉय
Lyrics By: जावेद अख़्तर
Performed By: उषा उत्थुप
ना कोई रात है, ना कोई दिन यहाँ
क्या ये अँधेरा है, के सिर्फ है धुआं
आँखें धोखा खाती हैं ये किसको पता नहीं
जाने क्या है यहाँ और जाने यहाँ क्या नहीं
है ये माया
हीरे जो लगते हैं वो, मुमकिन है अंगारें हों
चिंगारी लगते हैं जो, हो सकता है तारे हों
आँखें धोखा खाती हैं...
चेहरे है सब एक से, तू कैसे पहचानेगा
दुश्मन है या दोस्त है, तू कैसे ये जानेगा
आँखें धोखा खाती हैं...
Music By: शंकर-एहसान-लॉय
Lyrics By: जावेद अख़्तर
Performed By: उषा उत्थुप
ना कोई रात है, ना कोई दिन यहाँ
क्या ये अँधेरा है, के सिर्फ है धुआं
आँखें धोखा खाती हैं ये किसको पता नहीं
जाने क्या है यहाँ और जाने यहाँ क्या नहीं
है ये माया
हीरे जो लगते हैं वो, मुमकिन है अंगारें हों
चिंगारी लगते हैं जो, हो सकता है तारे हों
आँखें धोखा खाती हैं...
चेहरे है सब एक से, तू कैसे पहचानेगा
दुश्मन है या दोस्त है, तू कैसे ये जानेगा
आँखें धोखा खाती हैं...
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