Movie/Album: सोहनी महिवाल (1958)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मोहम्मद रफ़ी
ऐ मेरी ज़िन्दगी के सहारे
कहाँ है तू
मुझको भी अपने पास बुला ले
जहाँ है तू
आज गलियों में तेरी, आया है दीवाना तेरा
दिल में लेकर गम तेरा, होंठो पे अफसाना तेरा
आज गलियों में तेरी...
भीख दे दीदार की, पर्दा उठा, जलवा दिखा
माँगता है हुस्न की ख़ैरात मस्ताना तेरा
आज गलियों में तेरी...
तू ही दिल को हुस्न की चिंगारियों से फूँक दे
आग में गम की जला जाता है परवाना तेरा
आज गलियों में तेरी...
तेरी मर्ज़ी है बना दे या मिटा दे तू मुझे
ज़िन्दगी तुझ पर है सदके, दिल है नज़राना तेरा
आज गलियों में तेरी...
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मोहम्मद रफ़ी
ऐ मेरी ज़िन्दगी के सहारे
कहाँ है तू
मुझको भी अपने पास बुला ले
जहाँ है तू
आज गलियों में तेरी, आया है दीवाना तेरा
दिल में लेकर गम तेरा, होंठो पे अफसाना तेरा
आज गलियों में तेरी...
भीख दे दीदार की, पर्दा उठा, जलवा दिखा
माँगता है हुस्न की ख़ैरात मस्ताना तेरा
आज गलियों में तेरी...
तू ही दिल को हुस्न की चिंगारियों से फूँक दे
आग में गम की जला जाता है परवाना तेरा
आज गलियों में तेरी...
तेरी मर्ज़ी है बना दे या मिटा दे तू मुझे
ज़िन्दगी तुझ पर है सदके, दिल है नज़राना तेरा
आज गलियों में तेरी...
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