Movie/Album: बेवफा सनम (1995)
Music By: निखिल-विनय
Lyrics By: योगेश
Performed By: सोनू निगम
ना दिन को सुकून है शाकिर
ना रात को सुकून है
ये कैसा हमपे उमर इश्क का जूनून है
जो रचाये हैं तूने हाथ मेहँदी से
वो मेहँदी नहीं है, मेरे दिल का खून है
अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का
यार ने ही लूट लिया घर यार का
अच्छा सिला दिया तूने...
मेरे प्यार वाले सभी फूल मुरझाये
काँटें ही फिज़ाओं वाले मेरे हिस्से आ गये
रास ना आया मुझे सपना बहार का
यार ने ही लूट लिया...
अश्कों की माला मेरे गले पहना के
खुश है वो घर किसी और का बसा के
कर दिया खून देखो मेरे ऐतबार का
यार ने ही लूट लिया...
नाज़ तेरे मर के भी हँस के उठाये हैं
अश्कों के मोती तेरी याद में बहाये हैं
सुन कभी शोर मेरे दिल की पुकार का
यार ने ही लूट लिया...
Music By: निखिल-विनय
Lyrics By: योगेश
Performed By: सोनू निगम
ना दिन को सुकून है शाकिर
ना रात को सुकून है
ये कैसा हमपे उमर इश्क का जूनून है
जो रचाये हैं तूने हाथ मेहँदी से
वो मेहँदी नहीं है, मेरे दिल का खून है
अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का
यार ने ही लूट लिया घर यार का
अच्छा सिला दिया तूने...
मेरे प्यार वाले सभी फूल मुरझाये
काँटें ही फिज़ाओं वाले मेरे हिस्से आ गये
रास ना आया मुझे सपना बहार का
यार ने ही लूट लिया...
अश्कों की माला मेरे गले पहना के
खुश है वो घर किसी और का बसा के
कर दिया खून देखो मेरे ऐतबार का
यार ने ही लूट लिया...
नाज़ तेरे मर के भी हँस के उठाये हैं
अश्कों के मोती तेरी याद में बहाये हैं
सुन कभी शोर मेरे दिल की पुकार का
यार ने ही लूट लिया...
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