Movie/Album: ए.बी.सी.डी 2 (2015)
Music By: सचिन-जिगर
Lyrics By: मयूर पुरी, नील शर्मा
Performed By: श्रद्धा कपूर, नील शर्मा
टूटी हैं रूठी हैं, हाथों से छूटी हैं
माना तेरी रोशनी
गहरा अँधेरा है, दो पल को ठहरा है
रंग आसमानों का भी
आसान राहों को तूने लिया कब है
जिद्दी सवेरे तेरे
अपने से वादों के सौ सौ इरादों के
दिल में बसेरे तेरे
वो जो कह पाए ना जुबां तेरी
वो आँखें तेरी कर दे बयाँ
पाँव तेरे कहीं रोके रुकेंगे ना
हो खुद पे यकीं जो तेरा
तेरी कहानी तेरी जुबानी
सुनेगा ये सारा जहां
बेज़ुबां कब से तू रहा
बेगुनाह सहता क्यूँ रहा
बेज़ुबां कब से तू रहा
ख़्वाबों का तेरे किस्सा है
तेरा हक तेरा हिस्सा है
तुझसे ना छीने जहां
तेरी इम्तेहाँ देखेगा आज आसमां
देखेगा क्या है तेरा फैसला
बेज़ुबां कब से...
Music By: सचिन-जिगर
Lyrics By: मयूर पुरी, नील शर्मा
Performed By: श्रद्धा कपूर, नील शर्मा
टूटी हैं रूठी हैं, हाथों से छूटी हैं
माना तेरी रोशनी
गहरा अँधेरा है, दो पल को ठहरा है
रंग आसमानों का भी
आसान राहों को तूने लिया कब है
जिद्दी सवेरे तेरे
अपने से वादों के सौ सौ इरादों के
दिल में बसेरे तेरे
वो जो कह पाए ना जुबां तेरी
वो आँखें तेरी कर दे बयाँ
पाँव तेरे कहीं रोके रुकेंगे ना
हो खुद पे यकीं जो तेरा
तेरी कहानी तेरी जुबानी
सुनेगा ये सारा जहां
बेज़ुबां कब से तू रहा
बेगुनाह सहता क्यूँ रहा
बेज़ुबां कब से तू रहा
ख़्वाबों का तेरे किस्सा है
तेरा हक तेरा हिस्सा है
तुझसे ना छीने जहां
तेरी इम्तेहाँ देखेगा आज आसमां
देखेगा क्या है तेरा फैसला
बेज़ुबां कब से...
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