Movie/Album: एन.एच.10 (2015)
Music By: संजीव-दर्शन
Lyrics By: कुमार
Performed By: कनिका कपूर, दीपांशु पंडित
काँच की नींद आई, पत्थर के ख्वाब लाई
जाने रब जाने कब, ज़ख्मों से मिल गए नैना
छिल गए नैना, छिल गए नैना
छिल गए नैना, छिल गए नैना
चिट्ठी जावे ना जावे संदेसा
सजन गया किस देस
टूटे दिल की जग भी नहीं सुनता
ना ही सुने दरवेश
टुकड़ा-टुकड़ा इन साँसों का
सीने में है बिखरा पड़ा
सूखा हुआ समंदर है आँखों के अन्दर
धड़कन चलेगी कैसे, दिल में चुभे है खंजर
दिन काले-काले लगे, लगती है काली-काली रैना
छिल गए नैना...
Music By: संजीव-दर्शन
Lyrics By: कुमार
Performed By: कनिका कपूर, दीपांशु पंडित
काँच की नींद आई, पत्थर के ख्वाब लाई
जाने रब जाने कब, ज़ख्मों से मिल गए नैना
छिल गए नैना, छिल गए नैना
छिल गए नैना, छिल गए नैना
चिट्ठी जावे ना जावे संदेसा
सजन गया किस देस
टूटे दिल की जग भी नहीं सुनता
ना ही सुने दरवेश
टुकड़ा-टुकड़ा इन साँसों का
सीने में है बिखरा पड़ा
सूखा हुआ समंदर है आँखों के अन्दर
धड़कन चलेगी कैसे, दिल में चुभे है खंजर
दिन काले-काले लगे, लगती है काली-काली रैना
छिल गए नैना...
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