Movie/Album: तुमसा नहीं देखा (1957)
Movie By: ओ.पी.नय्यर
Lyrics By: मजरुह सुल्तानपुरी
Performed By: मोहम्मद रफ़ी
छुपनेवाले सामने आ
छुप छुप के मेरा जी न जला
सूरज से किरण, बादल से पवन
कब तलक छुपेगी ये तो बता
ओ छुपनेवाले सामने आ...
आखिर तेरे नाज़ की ये, हार नहीं तो और है क्या
दौड़ के आना पास मेरे, प्यार नहीं तो और है क्या
दूर खड़ी हैरान है क्या, दाँत मैं यूँ उंगली न दबा
छुपनेवाले सामने आ...
आ लिपटी है दिल से मेरे, जुल्फ़ तेरी बलखाई हुई
देख रहा हूँ तेरी नज़र, अपनी नज़र तक आई हुई
गालों पर जुल्फ़ें न गिरा, तू है कयामत मैं हूँ बला
छुपनेवाले सामने आ...
Movie By: ओ.पी.नय्यर
Lyrics By: मजरुह सुल्तानपुरी
Performed By: मोहम्मद रफ़ी
छुपनेवाले सामने आ
छुप छुप के मेरा जी न जला
सूरज से किरण, बादल से पवन
कब तलक छुपेगी ये तो बता
ओ छुपनेवाले सामने आ...
आखिर तेरे नाज़ की ये, हार नहीं तो और है क्या
दौड़ के आना पास मेरे, प्यार नहीं तो और है क्या
दूर खड़ी हैरान है क्या, दाँत मैं यूँ उंगली न दबा
छुपनेवाले सामने आ...
आ लिपटी है दिल से मेरे, जुल्फ़ तेरी बलखाई हुई
देख रहा हूँ तेरी नज़र, अपनी नज़र तक आई हुई
गालों पर जुल्फ़ें न गिरा, तू है कयामत मैं हूँ बला
छुपनेवाले सामने आ...
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