Movie/Album: साला खडूस (2016)
Music By: संतोष नारायणन
Lyrics By: स्वानंद किरकिरे
Performed By: कल्याणी नायर
धुआँ है धुआँ ज़िन्दगी
इक ख़्वाब जल गया
तारा जो चमका था कल
अंधेरों में घुल गया
रात अँधेरी-अँधेरी रही
इक सुबह मिली थी कहीं खो गयी
बात अधूरी-अधूरी रही
मैं जहाँ से चली थी वही हूँ खड़ी
क्या गज़ब का ये खेल खेला
वक्त ये क्या कर गया
ख़्वाब बन के आया था तू
याद बन के रह गया
इन अँधेरी गलियों का
अब दिखता ना कोई सिरा
टूट के तू गिर गया
इक तू सितारा था मेरा
रोशनी मुरझा गयी
उम्मीदें कुम्हला गयी
रात अँधेरी-अँधेरी रही...
Music By: संतोष नारायणन
Lyrics By: स्वानंद किरकिरे
Performed By: कल्याणी नायर
धुआँ है धुआँ ज़िन्दगी
इक ख़्वाब जल गया
तारा जो चमका था कल
अंधेरों में घुल गया
रात अँधेरी-अँधेरी रही
इक सुबह मिली थी कहीं खो गयी
बात अधूरी-अधूरी रही
मैं जहाँ से चली थी वही हूँ खड़ी
क्या गज़ब का ये खेल खेला
वक्त ये क्या कर गया
ख़्वाब बन के आया था तू
याद बन के रह गया
इन अँधेरी गलियों का
अब दिखता ना कोई सिरा
टूट के तू गिर गया
इक तू सितारा था मेरा
रोशनी मुरझा गयी
उम्मीदें कुम्हला गयी
रात अँधेरी-अँधेरी रही...
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