Movie/Album: हॉन्टेड - ३डी (2011)
Music By: चिरंतन भट्ट
Lyrics By: जुनैद वासी
Performed By: तिया बाजपेयी
सौ बरस गुज़रे रात हुए, सौ बरस गुज़रे दिन हुए
सौ बरस हुए चाँद दिखे, सौ बरस गुज़रे बिन जिये
क्यूँ पल ठहरता है ये, क्यूँ वक्त बदलता नहीं है
ये राह सूनी है क्यूँ, क्यूँ कोई निकलता नहीं है
सौ बरस गुज़रे साँस लिये, सौ बरस गुज़रे बिन जिये
पलके हैं ख़्वाबों से खाली, दिल है के बंद कोई घर
कभी रंग थे नैनों में, कभी दिल को लगते थे पर
वो रात सहेली मेरी, सब तारे चुरा ले गयी है
वो दिन जो था मेरा, अब वो भी मेरा नहीं है
है ख़फा मुझसे यार मेरे, क्या पता कब ये फिर मिले
हम तो चरागों से जल के, बैठे हैं उम्मीद में
क्या जाने ये किसका, रहे इंतज़ार हमें
कोई छू ले मुझे, क्यूँ आख़िर ये लगता है दिल को
साँसे बंद हैं तो क्या, अभी भी धड़कता है दिल तो
ये तड़प कोई ना सुने, नासमझ यूँ ही दिल है ये
सौ बरस गुज़रेे रात हुए, सौ बरस गुज़रे दिन हुए
Music By: चिरंतन भट्ट
Lyrics By: जुनैद वासी
Performed By: तिया बाजपेयी
सौ बरस गुज़रे रात हुए, सौ बरस गुज़रे दिन हुए
सौ बरस हुए चाँद दिखे, सौ बरस गुज़रे बिन जिये
क्यूँ पल ठहरता है ये, क्यूँ वक्त बदलता नहीं है
ये राह सूनी है क्यूँ, क्यूँ कोई निकलता नहीं है
सौ बरस गुज़रे साँस लिये, सौ बरस गुज़रे बिन जिये
पलके हैं ख़्वाबों से खाली, दिल है के बंद कोई घर
कभी रंग थे नैनों में, कभी दिल को लगते थे पर
वो रात सहेली मेरी, सब तारे चुरा ले गयी है
वो दिन जो था मेरा, अब वो भी मेरा नहीं है
है ख़फा मुझसे यार मेरे, क्या पता कब ये फिर मिले
हम तो चरागों से जल के, बैठे हैं उम्मीद में
क्या जाने ये किसका, रहे इंतज़ार हमें
कोई छू ले मुझे, क्यूँ आख़िर ये लगता है दिल को
साँसे बंद हैं तो क्या, अभी भी धड़कता है दिल तो
ये तड़प कोई ना सुने, नासमझ यूँ ही दिल है ये
सौ बरस गुज़रेे रात हुए, सौ बरस गुज़रे दिन हुए
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