Movie/Album: लाइफ की तो लग गयी (2012)
Music By: विनय जयसवाल
Lyrics By: विनय जयसवाल
Performed By: सूरज जगन
गलियाँ गलियाँ दर-ब-दर
ढूँढूँ ख़ुद को ऐ हमसफ़र
चुपचाप सी आवाज़ भी है
छलनी-छलनी जज़्बात भी हैं
पैरों के नीचे से ज़मीं, सर से अम्बर भी गया
ऐ ज़िन्दगी मैं चला मैं चला, बन के एक ज़लज़ला
ऐ खुदा राह दिखा, मुझको मुझी से आज मिला
रखबत नहीं कोई कफ़न भी बाँध चला हूँ
ख़ौफ़ नहीं कोई हिम्मत भी साथ बढ़ा हूँ
ना आया घर अगर लौट के आज तो
ऐसा मान लेना ख़ुदा से मिलने आज मैं जन्नत चला हूँ
ऐ ज़िन्दगी मैं चला...
हाथ ठंडे हैं जिस्म ठंडी है रूह कमज़ोर नहीं
जूनून-ए-जज़्बा है, लहू जो खौला है, राह फिरौती नहीं
आ गया मैं ख़ुद को ढूँढने आज तो
ऐसा जान लेना तन्हाँ हूँ मुझमें मौजूद कोई वजूद नहीं
ऐ ज़िन्दगी मैं चला...
Music By: विनय जयसवाल
Lyrics By: विनय जयसवाल
Performed By: सूरज जगन
गलियाँ गलियाँ दर-ब-दर
ढूँढूँ ख़ुद को ऐ हमसफ़र
चुपचाप सी आवाज़ भी है
छलनी-छलनी जज़्बात भी हैं
पैरों के नीचे से ज़मीं, सर से अम्बर भी गया
ऐ ज़िन्दगी मैं चला मैं चला, बन के एक ज़लज़ला
ऐ खुदा राह दिखा, मुझको मुझी से आज मिला
रखबत नहीं कोई कफ़न भी बाँध चला हूँ
ख़ौफ़ नहीं कोई हिम्मत भी साथ बढ़ा हूँ
ना आया घर अगर लौट के आज तो
ऐसा मान लेना ख़ुदा से मिलने आज मैं जन्नत चला हूँ
ऐ ज़िन्दगी मैं चला...
हाथ ठंडे हैं जिस्म ठंडी है रूह कमज़ोर नहीं
जूनून-ए-जज़्बा है, लहू जो खौला है, राह फिरौती नहीं
आ गया मैं ख़ुद को ढूँढने आज तो
ऐसा जान लेना तन्हाँ हूँ मुझमें मौजूद कोई वजूद नहीं
ऐ ज़िन्दगी मैं चला...
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