Movie/Album: दिल धड़कने दो (2015)
Music By: शंकर-एहसान-लाॅय
Lyrics By: जावेद अख़्तर
Performed By: सिद्धार्थ महादेवन, सुकृति कक्कड़
पहली बार तुमको मैंने जब देखा था
सुन लो यार, कि मैंने क्या सोचा था
लगा के तुमसे था मिलना तबाही
इस दिल को ही समझाने मैंने कहा
इस रस्ते ना जाना कभी राही
ये तेरे लिए है ही नहीं
दिल मेरा बोल उठा
होने दो अब जो भी हो
डरना क्या भला-बुरा
होने दो अब जो भी हो
क्या दिल की सुन ली तुमने
क्या राह चुन ली तुमने
हाँ दिल की सुन ली मैंने
हाँ राह चुन ली मैंने
पहली बार तुमको मैंने जब देखा था
सुन लो यार, ओ मैंने क्या सोचा था
लगा कि मशवरे सुनते हो दिल के
लगा के थोड़े से हो तुम दीवाने से
करोगे दिल की ही बातें फिर मिल के
और होंगी ये बातें बड़ी सी
दिल मेरा बोल उठा...
लहरों में जैसे लहरें मिलें
ऐसे मिल गईं दिलों की धड़कन
चलते ही चलते राहों में
खोये खोये हैं दोनों तन मन
हम पास आएँ तो क्यूँ पास आएँ
सोचो तो बात है ज़रा सी
कुछ तुम भी प्यासे-प्यासे थे कब से
मैं भी थी प्यासी-प्यासी
लगा के तुमसे है मिलना...
Music By: शंकर-एहसान-लाॅय
Lyrics By: जावेद अख़्तर
Performed By: सिद्धार्थ महादेवन, सुकृति कक्कड़
पहली बार तुमको मैंने जब देखा था
सुन लो यार, कि मैंने क्या सोचा था
लगा के तुमसे था मिलना तबाही
इस दिल को ही समझाने मैंने कहा
इस रस्ते ना जाना कभी राही
ये तेरे लिए है ही नहीं
दिल मेरा बोल उठा
होने दो अब जो भी हो
डरना क्या भला-बुरा
होने दो अब जो भी हो
क्या दिल की सुन ली तुमने
क्या राह चुन ली तुमने
हाँ दिल की सुन ली मैंने
हाँ राह चुन ली मैंने
पहली बार तुमको मैंने जब देखा था
सुन लो यार, ओ मैंने क्या सोचा था
लगा कि मशवरे सुनते हो दिल के
लगा के थोड़े से हो तुम दीवाने से
करोगे दिल की ही बातें फिर मिल के
और होंगी ये बातें बड़ी सी
दिल मेरा बोल उठा...
लहरों में जैसे लहरें मिलें
ऐसे मिल गईं दिलों की धड़कन
चलते ही चलते राहों में
खोये खोये हैं दोनों तन मन
हम पास आएँ तो क्यूँ पास आएँ
सोचो तो बात है ज़रा सी
कुछ तुम भी प्यासे-प्यासे थे कब से
मैं भी थी प्यासी-प्यासी
लगा के तुमसे है मिलना...
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