Movie/Album: क्या कहना (2000)
Music By: राजेश रोशन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: अल्का याग्निक, सोनू निगम
जानेमन जान-ए-जाँ, तुमसा कोई कहाँ
तुमसे मिलके मैं, और हो गई जवाँ
और हो गयी जवाँ, तुमसा कोई कहाँ
मर गयी मैं तो यारा सुन
कि तेरे नाल प्यार हो गया...
काफ़िर अदाओं ने, क्या रंग बाँधा है
कुछ तो बताती जा, कहाँ का इरादा है
कहाँ का इरादा है, क्या रंग बाँधा है
हाय दिलबर यारा सुन
कि तेरे नाल प्यार हो गया...
जो रूप लगे था आधा
अब मिल के खुला कुछ ज़्यादा
रेशम से उड़ी ज़ुल्फों को
रुमाल से तेरे बाँधा
पायल नहीं तेरे पैरों में पर
दिल में अजब झनकार हुई
तीर नहीं तेरी आँख मगर
मेरे तो जिगर के पार हुई
सुना नहीं होगा ठीक से पहले
फिर से दोबारा सुन
कि तेरे नाल प्यार हो गया
जानेमन जान-ए-जाँ...
चाहूँगा तुझे मैं इतना
तेरा दिल चाहेगा जितना
पर ये सब कुछ करने को
बतला दे लगेगा दिन कितना
आएगा मज़ा जब जीने में
मेरा दिल धड़के तेरे सीने में
फिर बात बने जब हम भीगें
ओये बिन बरखा के महीनें में
सुना नहीं होगा ठीक से पहले
फिर से दोबारा सुन
कि तेरे नाल प्यार हो गया
काफ़िर अदाओं ने...
Music By: राजेश रोशन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: अल्का याग्निक, सोनू निगम
जानेमन जान-ए-जाँ, तुमसा कोई कहाँ
तुमसे मिलके मैं, और हो गई जवाँ
और हो गयी जवाँ, तुमसा कोई कहाँ
मर गयी मैं तो यारा सुन
कि तेरे नाल प्यार हो गया...
काफ़िर अदाओं ने, क्या रंग बाँधा है
कुछ तो बताती जा, कहाँ का इरादा है
कहाँ का इरादा है, क्या रंग बाँधा है
हाय दिलबर यारा सुन
कि तेरे नाल प्यार हो गया...
जो रूप लगे था आधा
अब मिल के खुला कुछ ज़्यादा
रेशम से उड़ी ज़ुल्फों को
रुमाल से तेरे बाँधा
पायल नहीं तेरे पैरों में पर
दिल में अजब झनकार हुई
तीर नहीं तेरी आँख मगर
मेरे तो जिगर के पार हुई
सुना नहीं होगा ठीक से पहले
फिर से दोबारा सुन
कि तेरे नाल प्यार हो गया
जानेमन जान-ए-जाँ...
चाहूँगा तुझे मैं इतना
तेरा दिल चाहेगा जितना
पर ये सब कुछ करने को
बतला दे लगेगा दिन कितना
आएगा मज़ा जब जीने में
मेरा दिल धड़के तेरे सीने में
फिर बात बने जब हम भीगें
ओये बिन बरखा के महीनें में
सुना नहीं होगा ठीक से पहले
फिर से दोबारा सुन
कि तेरे नाल प्यार हो गया
काफ़िर अदाओं ने...
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