Movie/Album: तरकीब (2000)
Music By: आदेश श्रीवास्तव
Lyrics By: निदा फ़ाज़ली
Performed By: ऋचा शर्मा
जवानी का आलम बड़ा बेख़बर है
दुपट्टे का पल्लू किधर का किधर है
कहीं है चुनरिया, कहीं पे कमर है
वो थोड़ी इधर है, वो थोड़ी उधर है
अरे ये जिधर है, ज़माना उधर है
जवानी का आलम...
सुलगती ये साँसें, धड़कती जवानी
जिस भी ये छू ले, उसे कर दे पानी
ये कैसी कसक है, ये कैसी चुभन है
ये नयी उमर है, ये नयी लगन है
अरे ये जिधर है...
ये चंचल अदायें, नशीली निगाहें
खुले आम चोरी करे, दिल चुराए
लचकता बदन है, फिसलती कमर है
जवानी का आलम बड़ा बेखबर है
अरे ये जिधर है...
Music By: आदेश श्रीवास्तव
Lyrics By: निदा फ़ाज़ली
Performed By: ऋचा शर्मा
जवानी का आलम बड़ा बेख़बर है
दुपट्टे का पल्लू किधर का किधर है
कहीं है चुनरिया, कहीं पे कमर है
वो थोड़ी इधर है, वो थोड़ी उधर है
अरे ये जिधर है, ज़माना उधर है
जवानी का आलम...
सुलगती ये साँसें, धड़कती जवानी
जिस भी ये छू ले, उसे कर दे पानी
ये कैसी कसक है, ये कैसी चुभन है
ये नयी उमर है, ये नयी लगन है
अरे ये जिधर है...
ये चंचल अदायें, नशीली निगाहें
खुले आम चोरी करे, दिल चुराए
लचकता बदन है, फिसलती कमर है
जवानी का आलम बड़ा बेखबर है
अरे ये जिधर है...
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