Movie/Album: दौलत (1982)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: निदा फ़ाज़ली, विट्ठलभाई पटेल
Performed By: लता मंगेशकर
ज़िन्दगी ये ज़िन्दगी, दो घड़ी की ज़िन्दगी
कौन जाने किस बहाने मौत आ जाए
जवानी झूम के गाए, जवानी झूम के गाए
जवानी झूम के गाए...
तेरे मेरे बीच कोई दूरी ना रहे
प्यास मेरे मन की अधूरी ना रहे
मनचली मैं मनचली, ऐसी हूँ मैं मंचली
कौन जाने किस बहाने बात बन जाए
जवानी झूम के गाए...
आँखें ना चुरा हम से आँखें तो मिला
रह ना जाए आज कोई शिकवा गिला
अरे आ गई मैं आ गई, तेरे लिये मैं आ गई
कौन जाने किस बहाने राज़ खुल जाए
जवानी झूम के गाए...
सारे उजाले बदल जाएँगे
हम तो चुपके से निकल जाएँगे
रुक गई मैं रुक गई, तेरे लिये मैं रुक गई
कौन जाने किस बहाने जाम टकराए
जवानी झूम के गाए...
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: निदा फ़ाज़ली, विट्ठलभाई पटेल
Performed By: लता मंगेशकर
ज़िन्दगी ये ज़िन्दगी, दो घड़ी की ज़िन्दगी
कौन जाने किस बहाने मौत आ जाए
जवानी झूम के गाए, जवानी झूम के गाए
जवानी झूम के गाए...
तेरे मेरे बीच कोई दूरी ना रहे
प्यास मेरे मन की अधूरी ना रहे
मनचली मैं मनचली, ऐसी हूँ मैं मंचली
कौन जाने किस बहाने बात बन जाए
जवानी झूम के गाए...
आँखें ना चुरा हम से आँखें तो मिला
रह ना जाए आज कोई शिकवा गिला
अरे आ गई मैं आ गई, तेरे लिये मैं आ गई
कौन जाने किस बहाने राज़ खुल जाए
जवानी झूम के गाए...
सारे उजाले बदल जाएँगे
हम तो चुपके से निकल जाएँगे
रुक गई मैं रुक गई, तेरे लिये मैं रुक गई
कौन जाने किस बहाने जाम टकराए
जवानी झूम के गाए...
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