Movie/Album: माई नेम इज़ खान (2010)
Music By: शंकर-एहसान-लॉय
Lyrics By: निरंजन अयंगर
Performed By: राशिद खान
अल्लाह ही रहम, मौला ही रहम
कैसे इश्क़ से सज गई राहें
जब से देखी हैं तेरी निगाहें
या खुदा, मैं तो तेरा हो गया
कैसे इश्क़ से सज...
तू जो करम फरमाये
अगम इंसान हो जाए
मस्ताना हो के, दीवाना हो के
तुझे पल में पा जाए
साँसें फ़िज़ा में तू है
रूह-ए-बयाँ में तू है
हर इब्तिदा में, हर इंतेहा में
हर एक नज़र-ए-ज़बां में तू है
अल्लाह ही रहम...
ओ हर ज़र्रे में तू है छुपा
फिर ढूंढे क्यूँ तेरा पता
तू है धूप में, तू है साए में
अपने में है, तू पराए में
अल्लाह, अल्लाह...
मेरी रोम रोम भी एक अदा
तू है इश्क़ मेरा, ऐ मेरे खुदा
हर साँस में है बस तेरी दुआ
तू इश्क़ मेरा, ऐ मेरे खुदा
तुझे पाने से बढ़कर कुछ भी नहीं
तुझे देखते ही दिल बोले यही
अल्लाह ही रहम...
कैसे इश्क़ से...
Music By: शंकर-एहसान-लॉय
Lyrics By: निरंजन अयंगर
Performed By: राशिद खान
अल्लाह ही रहम, मौला ही रहम
कैसे इश्क़ से सज गई राहें
जब से देखी हैं तेरी निगाहें
या खुदा, मैं तो तेरा हो गया
कैसे इश्क़ से सज...
तू जो करम फरमाये
अगम इंसान हो जाए
मस्ताना हो के, दीवाना हो के
तुझे पल में पा जाए
साँसें फ़िज़ा में तू है
रूह-ए-बयाँ में तू है
हर इब्तिदा में, हर इंतेहा में
हर एक नज़र-ए-ज़बां में तू है
अल्लाह ही रहम...
ओ हर ज़र्रे में तू है छुपा
फिर ढूंढे क्यूँ तेरा पता
तू है धूप में, तू है साए में
अपने में है, तू पराए में
अल्लाह, अल्लाह...
मेरी रोम रोम भी एक अदा
तू है इश्क़ मेरा, ऐ मेरे खुदा
हर साँस में है बस तेरी दुआ
तू इश्क़ मेरा, ऐ मेरे खुदा
तुझे पाने से बढ़कर कुछ भी नहीं
तुझे देखते ही दिल बोले यही
अल्लाह ही रहम...
कैसे इश्क़ से...
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