हम तुम्हें चाहते हैं - Hum Tumhein Chahte Hain (Manhar Udhas, Kanchan, Anand Kumar, Qurbani)

Movie/Album: कुर्बानी (1980)
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: इंदीवर
Performed By: कंचन, मनहर उदास, आनंद कुमार

नसीब इंसान का चाहत से ही सँवरता है
क्या बुरा इसमें किसी पर जो कोई मरता है

हम तुम्हें चाहते हैं ऐसे
मरने वाला कोई
ज़िन्दगी चाहता हो जैसे
हम तुम्हें चाहते हैं...

रूठ जाओ अगर तुम तो क्या हो
पल में ऐसे लगे
जिस्म से जान जैसे जुदा हो
हम तुम्हें चाहते हैं...

ज़रा पूछो तो मेरा इरादा
मुझे किससे है प्यार
मेरे दिल का है कौन शहज़ादा
ज़रा पूछो तो मेरा...

मेरे ख्वाबों में जो सज रहा है
वो ख़ुदा तो नहीं
पर ज़माने में सबसे जुदा है
मेरे ख्वाबों में...

ज़िंदगी बिन तुम्हारे अधूरी
तुमको पा लूँ अगर
हर कमी मेरी हो जाये पूरी
ज़िंदगी बिन तुम्हारे...

ले चलेंगे तुम्हें हम वहाँ पर
तन्हाई सनम
शहनाई बन जाये जहाँ पर
हम तुम्हें चाहते हैं...

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