Movie/Album: 102 नॉट आउट (2018)
Music By: सलीम-सुलेमान
Lyrics By: हीरल ब्रह्मभट्ट
Performed By: अरिजीत सिंह
कैसी ये हलचल कैसा भूचाल है
साँसें फूली हैं और ये दिल बेहाल है
धड़कन रुक जाए ना ये डर लगता है मुझे
फँसता ही जाता हूँ ये ऐसा जाल है
आँखों पे पट्टी बाँध के
मेरे सर पे निशाना लोगे क्या
बच्चे की जान लोगे क्या
ओ बच्चे की जान...
उड़ता ही जा रहा ये चेहरे का रंग है
बढ़ती बेताबियाँ और मामला तंग है
बचना मुमकिन नहीं अब कोशिश बेकार है
ऐसा क्यूँ लग रहा है जैसे कोई जंग है
पैरों से छीन ली ज़मीं
अब उसपे लगान लोगे क्या
बच्चे की जान...
दिल की बंजर ज़मीन पे फूल कैसे खिले
सेहरा में बारिशों की बूँद कैसे मिले
एहसासों की कभी नहीं होती है उमर
इस बात से भी तुम भला क्यूँ हो बेख़बर
हाँ मैं नादाँ हूँ, ना मुझको कुछ ख़बर
फिर मुझपे मनमानी करते हो क्यूँ मगर
मुझपे तलवार तान के मेरा इमतहान लोगे क्या
बच्चे की जान...
यादों की तितलियाँ जो इतनी संभाली है
ये जो उड़ जाए तो दिल पूरा ख़ाली है
नए पल को खुल के आज तू जी ले तो ज़रा
कभी यूँ बेवजह भी तू खुल के मुस्कुरा
सूखा सूखा सा हूँ, ना हूँ शौक़ीन मैं
थोड़ा सा संगीन भी हूँ, ना हूँ रंगीन मैं
मेरी नींदें उड़ा के
ख़ुद चैन की साँसें लोगे क्या
बच्चे की जान...
Music By: सलीम-सुलेमान
Lyrics By: हीरल ब्रह्मभट्ट
Performed By: अरिजीत सिंह
कैसी ये हलचल कैसा भूचाल है
साँसें फूली हैं और ये दिल बेहाल है
धड़कन रुक जाए ना ये डर लगता है मुझे
फँसता ही जाता हूँ ये ऐसा जाल है
आँखों पे पट्टी बाँध के
मेरे सर पे निशाना लोगे क्या
बच्चे की जान लोगे क्या
ओ बच्चे की जान...
उड़ता ही जा रहा ये चेहरे का रंग है
बढ़ती बेताबियाँ और मामला तंग है
बचना मुमकिन नहीं अब कोशिश बेकार है
ऐसा क्यूँ लग रहा है जैसे कोई जंग है
पैरों से छीन ली ज़मीं
अब उसपे लगान लोगे क्या
बच्चे की जान...
दिल की बंजर ज़मीन पे फूल कैसे खिले
सेहरा में बारिशों की बूँद कैसे मिले
एहसासों की कभी नहीं होती है उमर
इस बात से भी तुम भला क्यूँ हो बेख़बर
हाँ मैं नादाँ हूँ, ना मुझको कुछ ख़बर
फिर मुझपे मनमानी करते हो क्यूँ मगर
मुझपे तलवार तान के मेरा इमतहान लोगे क्या
बच्चे की जान...
यादों की तितलियाँ जो इतनी संभाली है
ये जो उड़ जाए तो दिल पूरा ख़ाली है
नए पल को खुल के आज तू जी ले तो ज़रा
कभी यूँ बेवजह भी तू खुल के मुस्कुरा
सूखा सूखा सा हूँ, ना हूँ शौक़ीन मैं
थोड़ा सा संगीन भी हूँ, ना हूँ रंगीन मैं
मेरी नींदें उड़ा के
ख़ुद चैन की साँसें लोगे क्या
बच्चे की जान...
No comments :
Post a Comment
यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...