Movie/Album: गुज़ारिश (2010)
Music By: संजय लीला भंसाली
Lyrics By: विभू पुरी
Performed By: हर्षदीप कौर
चाँद की कटोरी है, रात ये चटोरी है
सारे तारे एक तरफ, ज़िन्दगी बटोरी, बटोरी है
चाँद की कटोरी...
रिश्ते झीने मलमल के
ठंड में ठिठुर के, सिकुड़ के, बिखर जाते हैं
मोहब्बत का स्वेटर, किस के लिए बुनते हैं
सारे तारे एक तरफ...
ख़्वाब ये रोज़ाना की, बारिश में गल जाते हैं
गरीबी के मारे हम, हाथों का छाता बनाते हैं
सारे तारे एक तरफ...
Music By: संजय लीला भंसाली
Lyrics By: विभू पुरी
Performed By: हर्षदीप कौर
चाँद की कटोरी है, रात ये चटोरी है
सारे तारे एक तरफ, ज़िन्दगी बटोरी, बटोरी है
चाँद की कटोरी...
रिश्ते झीने मलमल के
ठंड में ठिठुर के, सिकुड़ के, बिखर जाते हैं
मोहब्बत का स्वेटर, किस के लिए बुनते हैं
सारे तारे एक तरफ...
ख़्वाब ये रोज़ाना की, बारिश में गल जाते हैं
गरीबी के मारे हम, हाथों का छाता बनाते हैं
सारे तारे एक तरफ...
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