Movie/Album: राजनीति (2010)
Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: शंकर महादेवन, सोनू निगम
बूढ़ा आसमां, धरती देखे रे
धन है धरती रे, धन-धन धरती रे
वो बहता है तो ये धरती सहती है
पीठ पे देह लेकर गंगा बहती है
तारे गिरे हैं कितने
धरती सूरज बुझे हैं कितने
ओ धरती रे धन धरती रे
धन धन धन धरती रे
बँटवारे हो तो ये धरती कटती है
सूखा पड़ता है तो धरती फटती है
एक पल जीती रे, एक पल मरती रे
धन है धरती रे, धन-धन धरती रे
कोई तो धोये ये दाग ज़मीं के
फिर से हरे हो जाएँ बाग़ जमीं के
ये सोच के हर दिन हर रात
ओंस उतरती रे
ओ धरती रे धन धरती रे
बूढ़ा आसमां...
Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: शंकर महादेवन, सोनू निगम
बूढ़ा आसमां, धरती देखे रे
धन है धरती रे, धन-धन धरती रे
वो बहता है तो ये धरती सहती है
पीठ पे देह लेकर गंगा बहती है
तारे गिरे हैं कितने
धरती सूरज बुझे हैं कितने
ओ धरती रे धन धरती रे
धन धन धन धरती रे
बँटवारे हो तो ये धरती कटती है
सूखा पड़ता है तो धरती फटती है
एक पल जीती रे, एक पल मरती रे
धन है धरती रे, धन-धन धरती रे
कोई तो धोये ये दाग ज़मीं के
फिर से हरे हो जाएँ बाग़ जमीं के
ये सोच के हर दिन हर रात
ओंस उतरती रे
ओ धरती रे धन धरती रे
बूढ़ा आसमां...
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