Movie/Album: अनुभव (1971)
Music By: कनु रॉय
Lyrics By: कपिल कुमार
Performed By: गीता दत्त
कोई चुपके से आ के, सपने सुला के
मुझको जगा के बोले, कि मैं आ रहा हूँ
कौन आये, ये मैं कैसे जानूँ
कोई चुपके से आ के...
दूर कहीं बोले पपीहा
पिया आ, मौसम सुहाना
तरसे है कोई यहाँ
आ भी जा, कर के बहाना
कौन सा बहाना, कैसा बहाना
कितना मुश्किल है ये बताना
देखो फिर भी कोई भा रहा है
कौन भाये ये मैं कैसे जानूँ
कोई चुपके से से आ के...
प्यासा है दिल का गगन
प्यार की अग्नि जलाये
पलकों में क़ैद है सावन
होंठों तक बात न आये
बात आते-आते रात हो गयी
चाहों की बारात छोड़ गयी साथ
बात आते-आते हो गयी रात
इतनी रात गये कैसे गाऊँ?
देखो फिर भी कोई गा रहा है
कौन गाये ये मैं कैसे जानूँ
कोई चुपके से आ के...
Music By: कनु रॉय
Lyrics By: कपिल कुमार
Performed By: गीता दत्त
कोई चुपके से आ के, सपने सुला के
मुझको जगा के बोले, कि मैं आ रहा हूँ
कौन आये, ये मैं कैसे जानूँ
कोई चुपके से आ के...
दूर कहीं बोले पपीहा
पिया आ, मौसम सुहाना
तरसे है कोई यहाँ
आ भी जा, कर के बहाना
कौन सा बहाना, कैसा बहाना
कितना मुश्किल है ये बताना
देखो फिर भी कोई भा रहा है
कौन भाये ये मैं कैसे जानूँ
कोई चुपके से से आ के...
प्यासा है दिल का गगन
प्यार की अग्नि जलाये
पलकों में क़ैद है सावन
होंठों तक बात न आये
बात आते-आते रात हो गयी
चाहों की बारात छोड़ गयी साथ
बात आते-आते हो गयी रात
इतनी रात गये कैसे गाऊँ?
देखो फिर भी कोई गा रहा है
कौन गाये ये मैं कैसे जानूँ
कोई चुपके से आ के...
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