ये साये हैं - Ye Saaye Hain (Asha Bhosle, Sitara)

Movie/Album: सितारा (1980)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: आशा भोंसले

ये साये हैं, ये दुनिया है
परछाइयों की
ये साये हैं, ये दुनिया है
भरी भीड़ में खाली
तनहाइयों की
ये साये हैं...

यहाँ कोई साहिल सहारा नहीं है
कहीं डूबने को किनारा नहीं है
यहाँ कोई साहिल सहारा नहीं है
यहाँ सारी रौनक ये रुसवाइयों की
ये साये हैं...

कई चाँद उठकर जलाए बुझाए
बहुत हमने चाहा ज़रा नींद आए
कई चाँद उठकर जलाए बुझाए
यहाँ रात होती है बेदारियों की
ये साये हैं...

यहाँ सारे चेहरे है माँगे हुए से
निगाहों में आँसू भी टाँगे हुए से
यहाँ सारे चेहरे है माँगे हुए से
बड़ी नीची राहें है ऊँचाइयों की
ये साये हैं...

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