Movie/Album: साहेब बीवी और गैंगस्टर 3 (2018)
Music By: राणा मजूमदार
Lyrics By: संदीप नाथ
Performed By: अरिजीत सिंह
उबलते हैं ख्वाब बन के साज़िशें
चेहरे पे दोस्ती दिल में रंजिशें
आँखों की क़ैद में, रहती हसरतें
अँधेरों में रिश्ते चल रहे
हर शख्स पौधा ज़हर का बो रहा
हाथों को अपने लहू से धो रहा
नफ़रत का शोला दिलों में सो रहा
हाँ फिर भी प्यार कैसे हो रहा
माने ना कोई, कोई बंदिशें
अँधेरों में रिश्ते चल रहे
मीठी हँसी में छुपी है एक दग़ा
धोखे में लिपटी हुई है हर अदा
क्यूँ ढूँढते हो शहर में तुम वफ़ा
हाँ फिर भी है उम्मीदें क्यूँ जवा
उलझती हर घड़ी, सबकी ख्वाहिशें
अँधेरों में रिश्ते चल रहे
उबलते हैं ख्वाब बन के...
Music By: राणा मजूमदार
Lyrics By: संदीप नाथ
Performed By: अरिजीत सिंह
उबलते हैं ख्वाब बन के साज़िशें
चेहरे पे दोस्ती दिल में रंजिशें
आँखों की क़ैद में, रहती हसरतें
अँधेरों में रिश्ते चल रहे
हर शख्स पौधा ज़हर का बो रहा
हाथों को अपने लहू से धो रहा
नफ़रत का शोला दिलों में सो रहा
हाँ फिर भी प्यार कैसे हो रहा
माने ना कोई, कोई बंदिशें
अँधेरों में रिश्ते चल रहे
मीठी हँसी में छुपी है एक दग़ा
धोखे में लिपटी हुई है हर अदा
क्यूँ ढूँढते हो शहर में तुम वफ़ा
हाँ फिर भी है उम्मीदें क्यूँ जवा
उलझती हर घड़ी, सबकी ख्वाहिशें
अँधेरों में रिश्ते चल रहे
उबलते हैं ख्वाब बन के...
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